kanpur : कानपुर : बढ़ते प्रदूषण को लेकर डीएम ने की बैठक

Crime Suspense news network kanpur : Ashok Goel
10 जून 2019 : कानपुर नगर



केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली द्वारा उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश के 15 चिन्हित नॉन अटेन्मेंट शहर जिनमे लखनऊ, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, नोएडा, खुर्जा, फिरोजाबाद, अनपरा, गजरौला, झांसी, मुरादाबाद, रायबरेली, बरेली एवं कानपुर नगर सम्लित है जिनमे वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा है, इन जनपदों में वायु प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है, जिसे जनपद कानपुर के वायु प्रदूषण को कम करने के ये प्रभावी तरीके से लागू कराने के लिए जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास ने कलेक्ट्रेट सभागार मे प्रदूषण नियंत्रण की बैठक करते हुए निर्देशित किया ।उन्होंने इस प्लान को दो प्रकार से लागू कराने के लिए कहा एक लांग टर्म तथा दूसरा शर्ट टर्म योजना एक्शन प्लान के रूप में लागू करानी है जिसके तरह सबसे पहले शर्ट टर्म योजना को लागू कराया जाए, इसके लिए नगर निगम , केडीए आरटीओ तथा ट्रांसपोर्ट विभाग प्रदूषण नियंत्रण कार्य मे प्रभावी कार्यवाही कराने के लिए निर्धारित किया । जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि केडीए द्वारा व अन्य प्राइवेट निर्माण कार्य जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कराया जा रहा है, उसमें डस्ट न उड़े इसके लिए सचल दलों द्वारा औचक छापेमारी कराकर मानक के हिसाब से ही निर्माण कराने हेतु निर्माण कराने के निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रदूषण शहर में रोड केटिंग के बाद सड़क को न बनवाने से हो रहा है जिसकी वजह आए आंकड़े बताते हुए कि 89 प्रतिशत सड़को से डस्ट उड़ती है जो बहुत ही घातक है जिससे निपटने के लिए उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि समस्त सम्बन्धित विभाग जिसके भी द्वारा सड़कों की कटिंग का कार्य किया जा चुका है या भविष्य ने कराया जाना है समस्त सम्बन्धित विभाग सड़कों में बराबर पानी का छिड़काव कराते रहे और युद्ध स्तर पर सड़कों के निर्माण कार्य पूर्ण कराये ताकि वायु प्रदूषण कम हो सकें।उन्होंने कहा कि व्हीकल्स प्रदूषण 4 प्रतिशत है, जिसकी वजह से वायु प्रदूषण कानपुर में है ।उन्होंने आरटीओ तथा परिवहन विभाग को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि पुराने वाहनों को अभियान चलाकर बन्द कराए जिसकी वजह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा की पुराने वाहन जो चलने लायक नही है प्रत्येक दशा में उनको बन्द उनको बन्द कराया जाए ।उन्होंने कहा कि इंडस्टियल प्रदूषण 3 प्रतिशत ,डोमेस्टिक प्रदूषण 2 प्रतिशत तथा अन्य से प्रदूषण 2 प्रतिशत तक वायु प्रदूषण बढ़ रहा है जिसको रोकने के लिए नगर निगम अपनी पैनी निगाह रखते हुए प्रभावी कार्यवाही करे, किसी भी स्थिति में कूड़ा नही जलना नही चाहिए तथा औधोगिक क्षेत्रो में भी वायु प्रदूषण के लिए औचक छापेमारी कर वायुप्रदूषण नियंत्रण कराने में विभाग अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रभावी कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि लंग टर्म के लिए शासन से जो भी दिशा निर्देश प्राप्त हुए है उसके लिए प्लान के हिसाब से कड़ी प्रभावी कार्यवाही की जाए। इसके लिए नगर निगम , केडीए , आरटीओ, परिवाहन व अन्य समस्त विभाग ठोस कार्यवाही करते हुए उसकी रिपोर्ट मासिक समीक्षा में प्रस्तुत करें। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि शहर के 4 क्षेत्रों में वायु प्रदूषण मापने के यंत्र लगा हुआ है जिसकी बराबर मनेटिंग की जा रही है और उसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी जा रही है पिछले 2 माह से इस माह जून के प्रथम सप्ताह में वायु प्रदूषण कम हुआ है।
बैठक में अपर जिलाधिमारी नगर श्री विवेक श्रीवास्तव , प्रदूषण नियंत्रण ,नगर निगम आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
-अशोक गोयल ब्यूरो रिपोर्टर, कानपुर