कानपुर : CSJM के प्रथम एल्युमनी मीट 2019 कार्यक्रम में महामहिम राष्ट्रपति ने की शिरकत

अशोक गोयल , ब्यूरो रिपोर्टर




कानपुर नगर । आज छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय  के प्रथम " *एल्युमनी मीट 2019"* को संबोधित करते हुए भारत के मा0 राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने कहा कि वो भी इस विश्विद्यालय के छात्र रहे हैं ।इस पर उन्हें गर्व है। डॉ हर्ष वर्धन केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी इस विश्व विद्यालय के पूर्व छात्र रहें हैं ।वह यहां पूर्व छात्र के रूप में आये हैं । राष्ट्रपति के रूप में वह लगभग 150 केंद्रीय विश्व विद्यालयों /विभिन्न केंद्रीय संस्थायों के "विज़िटरसदस्य" हैं, इसलिए प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना आवश्यक है.



   उन्होंने आगे कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज ने शिक्षा, नारी शिक्षा एवं पिछड़े समाज के लोगों के उत्थान के लिए बहुत कार्य किये थे, इसलिए उनके नाम पर विश्व विद्यालय का नाम रखा गया है।
        अपने अतीत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि  पूर्व छात्रों का प्रति वर्ष सम्मेलन आयोजित करना चाहिए। ऐसे सम्मेलनों से आज के छात्र बहुत कुछ सीख सकेंगे। उन्होंने IIT दिल्ली के तर्ज पर  इस विश्वविद्यालय में " *एंडोमेंट फण्ड"* बनाने का सुझाव *रु0 एक लाख ,11 हजार की धनराशि अपनी तरफ से* देकर , दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली IIT के पूर्व छत्रों ने रु0 250 करोड़ का "इण्डोमेंट फण्ड" बनाया है इससे वर्तमान में पढ़ने वाले गरीब छात्रों की मदद की जा सकती है। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्व छात्रों द्वारा  VC के सहयोग से इस प्रकार का फण्ड सृजित करना चाहिए।
      श्री कोविंद ने आगे कहा कि फरवरी 2019 में अपने 03 शिक्षको को सम्मानि कर अपार सुकून मिला था। " *एल्युमनी मीट"* प्रति वर्ष होने से एक दूसरे का सुख-दुख जानने के साथ अनुभव को साझा कर बहुत कुछ सीख सकेगें।
      इस अवसर पर उन्होंने 05 पूर्व छात्रों  क्रमशः डॉ गौर सिंह सिंहानिया को (मौके पर श्री अभिशेख सिंघानिया को सम्मानित किया) ,डॉ  अरविंद दीक्षित VC ,आगरा विश्वविद्यालय,   श्रीमती नीलिमा कटियार राज्य मंन्त्री प्रदेश सरकार, श्री वीरेंद्र सिंह एवं श्री मुखतारुल अमीन को सम्मानित किया।



     मा0 राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि मा0 राष्ट्रपति जी के गृह जनपद कानपुर में राष्ट्रपति जी का स्वागत करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।एल्युमनी मीट ऐतिहासिक पल है, जब  पूर्व छात्र ,सब कुछ भुलाकर अतीत में खो जाते हैं। उन्होंने अपने कॉलेज  दिनों की याद करते हुए कहा 1960 में स्नातक में 1000 से अधिक छात्रों के बीच वह अकेली छात्रा थीं। यही स्थिति उन्हें M.Sc. व M.ed की शिक्षा ग्रहण करने में मिली। उपमुख्य मंन्त्री डॉ दिनेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि मा0 राष्ट्रपति जी के हृदय में कानपुर बसता है। प्रदेश में मथुरा सहित 100 कॉलेज की सूरत पूर्व छात्रों ने बदल दी है।कानपुर विश्व विद्यालय से प्रति वर्ष 10 लाख छात्र पुरातन छात्र बनते हैं । प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने का हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
          VC छत्रपति शाहू जी महाराज प्रो0 नीलिमा गुप्ता ने अपने संबोधन में इस विश्व विद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से 11 जनपदों के 1000 से अफ़हीक महाविद्यालय सम्बद्ध हैं।
        इस अवसर पर देश की प्रथम नागरिक श्रीमती सविता कोविंद , मा0 मंन्त्री श्रीमती कमल रानी वरुण  उपस्थित थीं।