अशोक गोयल , ब्यूरो रिपोर्टर
कानपुर नगर । आज सर्किट हाउस में महिलाओं हेतु संचालित योजनाओं का लाभ समयबद्धता के साथ प्रदान किया जाये। महिलाओं के विरूद्ध किसी प्रकार की घरेलू हिंसा/उत्पीडन संबंधी समस्याओं पर समुचित कार्यवाही की जाये। दहेज उत्पीडन, छेडछाड एवं यौन हिंसा से पीडित महिलाओं के संबंध में तत्काल रिपोर्ट कराते हुए विधिक कार्यवाही करायी जाये। महिलाओं की सुरक्षा हेतु तथा उनकोे जागरूक करने के लिए विभिन्न कानूनो/योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाये।
उक्त निर्देश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती विमला बाथम, ने सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित महिलाओं हेतु संचालित योजनाओं एवं महिला उत्पीडन से संबंधित मामलों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिये। बैठक में उन्होंने विगत तीन माह में महिला उत्पीडन की घटित घटनाओं, घरेलू हिंसा एवं दहेज के प्रकरणों की समभ्क्षा करते हुए ऐसे प्रकरणों को गम्भीरता से लेते हुए समयबद्धता के साथ कडी कार्यवाही किये जाने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिये। उन्होंने बैठक में रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष के अन्तर्गत तथा पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिलाओं एवं विधवाओं को पेंशन योजना की समीक्षा की जिसके अन्तर्गत बताया गया कि लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष के अन्तर्गत 70 महिलाओं को लाभ प्रदान किया गया है तथा विधवाओं को 500 रूपये पेंशन दी जा रही है। उन्होंने घरेलू हिंसा मामलों तथा 181 महिला हेल्पलाइन में प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा करते हुए तत्काल सहायता एवं कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना की समीक्षा करते हुए महिलाओं एवं बच्चों को समय से योजना से लाभान्वित किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने लिंग अनुपात के अन्तर्गत विवरण उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये तथा अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों पर लिंग परीक्षण करने वालो पर निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने अत्याचार से पीडित महिला अनसुचितजाति के परिवार को आर्थिक सहायता दिलाये जाने तथा निर्धन परिवारों की पु़ित्रयों की शादी योजना की समीक्षा की जिसके अन्तर्गत समाज कल्याण अधिकारी द्वारा बताया गया कि अत्याचार से पीडित महिला अनसुचितजाति के परिवार को आर्थिक सहायता के अन्तर्गत योजना के लाभार्थियों को 03 करोड 95 लाख की धनराशि आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अन्तर्गत समीक्षा के दौरान बताया गया है कि इस योजना में 3199 लोगों को लाभान्वित किया गया है।
बैठक में उन्होंने महिला मुखिया के पात्र गृहस्थी धारक तथा अन्त्योदय कार्ड तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं को उपलब्ध कराये गये आवासों की समीक्षा के अन्तर्गत बताया गया कि 52152 महिला मुखिया के कार्ड बनाये गये है। बैठक में उन्होंने कन्या सुमंगला योजना, पिछडा वर्ग की पुत्रियों के विवाह एवं बिमारी योजना, दहेज पीडित महिलाओं को आर्थिक सहायता एवं कानूनी सहायता योजना तथा अन्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए महिलाओं को प्राथमिकता पर लाभ दिलायें जाने के निर्देश दिये।
बैठक के उपरान्त उन्होंने महिला उत्पीडन से संबंधित महिलाओं की समस्याओं को सुनते हुए घरेलू हिंसा, दहेज एवं दुष्कर्म के मामलों में तत्काल प्रभावी रूप से कार्यवाही एवं मेडिकल आदि कराये जाने के संबंध में पुलिस एवं संबंधित विभागों को निर्देशित किया। बैठक में महिला आयोग की सदस्य श्रीमती पूनम कपूर, श्री रवीना त्यागी, पुलिस अधीक्षक, दक्षिण, अपर नगर मजिस्ट्रेट, श्री पी0एन0 सिंह, महिला थानाध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता, जिला प्रोवेशन अधिकारी श्री अजीत सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0सी0 कटियार सहित महिला हेल्पलाइन की प्रभारी अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।