बिहार विधानसभा में उठा नियोजित शिक्षकों का मामला, पुर्व मुख्यमंत्री राबड़ी बोलीं, "इस्तीफा दें शिक्षा मंत्री"
अभय विशाल (बिहार)
पटना: बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दोनों सदनों में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल का मामला जमकर उठा। नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के समर्थन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।इस दौरान विपक्ष के कई विधायक सदन के वेल में पहुंच गए। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को दोपहर 12:00 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। विपक्ष के विधायक लगातार शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन देने की मांग कर रहे थे।
विधान परिषद में भी हंगामा
शिक्षकों की हड़ताल का विधान परिषद में भी असर देखने को मिला। विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने से पहले परिषद के सदस्यों ने पोर्टिको में हंगामा किया। इस दौरान राजद के अलावा कांग्रेस के विधायकों ने भी जमकर नारेबाजी की और शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस ने पोस्टर लहराते हुए शिक्षकों की मांग को पूरा करने की बात कही, साथ ही एनआरसी को लेकर भी अपना विरोध जताया।विपक्ष के इस विरोध में पूर्व सीएम राबड़ी देवी भी शामिल हुईं।उन्होंने शिक्षकों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है।
राबड़ी ने मांगा शिक्षा मंत्री का इस्तीफा
राबड़ी ने कहा कि शिक्षा मंत्री को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना चाहिए और सरकार को शिक्षकों से बात भी करनी चाहिए। मालूम हो कि बिहार के प्रारंभिक,हाई स्कूल समेत प्लस टू विद्यालय के शिक्षक भी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। मालूम हो कि बिहार में शिक्षकों की हड़ताल की वजह से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गयी है।जहां 09 दिनों से प्रारम्भिक स्कूलों में ताला लटका हुआ है,वहीं अब हाई और प्लस 2 स्कूलों में भी पठन पाठन पूरी तरह ठप हो चुका है और शिक्षक स्कूल के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं।
नतीजों में हो सकती है देरी
सबसे बड़ी बात तो ये है कि राज्य में इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो चुका है,लेकिन पटना में 1200 शिक्षकों में महज 350 नियोजित शिक्षकों ने योगदान किया है।शिक्षकों ने साफ चेतावनी दी है कि बिना वेतनमान लिए हड़ताल नहीं तोड़ेंगे।
विधान परिषद में भी हंगामा
शिक्षकों की हड़ताल का विधान परिषद में भी असर देखने को मिला। विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने से पहले परिषद के सदस्यों ने पोर्टिको में हंगामा किया। इस दौरान राजद के अलावा कांग्रेस के विधायकों ने भी जमकर नारेबाजी की और शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस ने पोस्टर लहराते हुए शिक्षकों की मांग को पूरा करने की बात कही, साथ ही एनआरसी को लेकर भी अपना विरोध जताया।विपक्ष के इस विरोध में पूर्व सीएम राबड़ी देवी भी शामिल हुईं।उन्होंने शिक्षकों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है।
राबड़ी ने मांगा शिक्षा मंत्री का इस्तीफा
राबड़ी ने कहा कि शिक्षा मंत्री को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना चाहिए और सरकार को शिक्षकों से बात भी करनी चाहिए। मालूम हो कि बिहार के प्रारंभिक,हाई स्कूल समेत प्लस टू विद्यालय के शिक्षक भी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। मालूम हो कि बिहार में शिक्षकों की हड़ताल की वजह से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गयी है।जहां 09 दिनों से प्रारम्भिक स्कूलों में ताला लटका हुआ है,वहीं अब हाई और प्लस 2 स्कूलों में भी पठन पाठन पूरी तरह ठप हो चुका है और शिक्षक स्कूल के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं।
नतीजों में हो सकती है देरी
सबसे बड़ी बात तो ये है कि राज्य में इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो चुका है,लेकिन पटना में 1200 शिक्षकों में महज 350 नियोजित शिक्षकों ने योगदान किया है।शिक्षकों ने साफ चेतावनी दी है कि बिना वेतनमान लिए हड़ताल नहीं तोड़ेंगे।